भारत का लक्ष्य है कि सभी लोग 2030 तक इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपना ले. और अब यह धीरे-धीरे होता हुआ नजर आ रहा है. क्योंकि अब ऑटोमोबाइल ग्राहक इलेक्ट्रिक व्हीकल को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच वर्तमान में हाइब्रिड कारों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में हाइब्रिड कारों की बिक्री इलेक्ट्रिक व्हीकल से ज्यादा होगी.
हाइब्रिड कारों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पिछले कुछ दिनों पहले हाइब्रिड कारों को लेकर बड़ा ऐलान किया था. योगी सरकार ने घोषणा की थी कि राज्य में हाइब्रिड कारों की बिक्री में लगने वाले रजिस्ट्रेशन फीस को माफ किया जाएगा. यह राज्य सरकार द्वारा लिया गया हाइब्रिड कारों पर सबसे बड़ा फैसला है. इस फैसले के बाद राज्य में हाइब्रिड कार खरीदना 3 से 4 लाख रुपये सस्ती हो गई है.
हाइब्रिड कार कैसे हैं इलेक्ट्रिक कार से बेहतर
भारत में लोग इलेक्ट्रिक कार को अपना तो रहे हैं लेकिन इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा नहीं होने से इलेक्ट्रिक कार मालिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पर हाइब्रिड कर में कोई भी नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की आवश्यकता नहीं है. यह सामान्य कार की तुलना में बेहतर रेंज देने में सक्षम है. वही इलेक्ट्रिक कारों के जैसे रेंज समाप्त होने जैसी समस्याओं से दूर रहती है.
कैसे काम करती हैं हाइब्रिड कारें?
हाइब्रिड कार इलेक्ट्रिक और पेट्रोल दोनों से चलने की क्षमता रखता है. इसमें इंजन के साथ एक बैटरी जुड़ी हुई रहती है. ढलान जैसी स्थिति या कम स्पीड में चलने पर बैटरी का इस्तेमाल करती है. शहरी इलाकों में हाइब्रिड कार अच्छा काम करती है. शहरी ट्रैफिक में फंसने के बाद सामान्य कारों का माइलेज काफी ज्यादा कम हो जाता है. ऐसे में हाइब्रिड कार ट्रैफिक में अच्छा काम करती है. हाइब्रिड कारों में रीजेनरेटिव एनर्जी का उपयोग किया जाता है, जिससे इनमें लगी बैटरी ऑटोमेटिक चार्ज होती रहती है.
EV Cars को पछाड़ रही Hybrid Cars
इलेक्ट्रिक कार के लिए बैटरी चार्जिंग स्टेशन और बैटरी स्वीपिंग में इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है, लेकिन भारत में अभी तक इस तरह की कोई भी सुविधा नहीं की गई है. हालांकि सरकार प्रयास कर रही है कि भारत में इलेक्ट्रिक कर बैटरी चार्जिंग स्टेशन और बैटरी स्वॅपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाया जाए.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा दिए गए फैसले के बाद हाइब्रिड कर सेगमेंट में एक नया बूस्ट मिल रहा है. हालांकि यूपी सरकार के इस फैसले की तरह ही अगर अन्य राज्य सरकार भी यह निर्णय लेती है, तो हाइब्रिड कारों में आने वाले समय मे बिक्री में काफी ज्यादा बढ़ोतरी को मिलेगी.